मैं उसे देख के लौटा हूँ तो क्या देखता हूँ By Sher << 'ताबिश' जो गुज़रत... क्यूँ न ऐ शख़्स तुझे हाथ ... >> मैं उसे देख के लौटा हूँ तो क्या देखता हूँ शहर का शहर मुझे देखने आया हुआ है Share on: