मैं उस की धुन में नए रास्ते पे जा निकली By दयार, रास्ता, Sher << उस पेड़ के हर फल में मिरा... हम तिरे साए में कुछ देर ठ... >> मैं उस की धुन में नए रास्ते पे जा निकली दयार-ए-जाँ से मिरी रोज़ जो गुज़रता रहा Share on: