मज़े जहान के अपनी नज़र में ख़ाक नहीं By Sher << तन्हाई से आती नहीं दिन रा... नसीब से कहीं मरना किसी पे... >> मज़े जहान के अपनी नज़र में ख़ाक नहीं सिवाए ख़ून-ए-जिगर सो जिगर में ख़ाक नहीं Share on: