मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना By Sher << वो मुज़्तरिब था बहुत मुझ ... ख़ुश्बू की दीवार के पीछे ... >> मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा Share on: