मकतब में मिरे जुनूँ के मजनूँ By Sher << मुश्किल बहुत पड़ेगी बराबर... पहनते ख़ाक हैं ख़ाक ओढ़ते... >> मकतब में मिरे जुनूँ के मजनूँ नादान है तिफ़्ल-ए-अबजदी है Share on: