मक़्तल-ए-यार में टुक ले तो चलो ऐ यारो By Sher << मर जाऊँगा मैं या वही जावे... मक़्सूद है आँखों से तिरा ... >> मक़्तल-ए-यार में टुक ले तो चलो ऐ यारो वाँ हमें सर से गुज़र जाने का आहंग है आज Share on: