मन की दौलत हाथ आती है तो फिर जाती नहीं By Sher << उसी से पूछो उसे नींद क्यू... कटी है जिस के ख़यालों में... >> मन की दौलत हाथ आती है तो फिर जाती नहीं तन की दौलत छाँव है आता है धन जाता है धन Share on: