मंज़रों की भीड़ ऐसी तो कभी देखी न थी By Sher << किसी का साया रह गया गली क... ज़लज़ला नेपाल में आया कि ... >> मंज़रों की भीड़ ऐसी तो कभी देखी न थी गाँव अच्छा था मगर उस में कोई लड़की न थी Share on: