ज़िंदगी कितनी हसीं कितनी बड़ी ने'मत है By Sher << खींचा है अक्स क़ल्ब की फ़ो... रखे है लज़्ज़त-ए-बोसा से ... >> ज़िंदगी कितनी हसीं कितनी बड़ी ने'मत है आह मैं हूँ कि उसे पा के भी शर्मिंदा हूँ Share on: