मौसम अजीब रहता है दल के दयार का By Sher << धुएँ से आसमाँ का रंग मैला... हाए वो वक़्त कि जब बे-पिए... >> मौसम अजीब रहता है दल के दयार का आगे हैं लू के झोंके भी ठंडी हवा के बा'द Share on: