दरवाज़ा गो खुला है इजाबत का पर 'हसन' By Sher << दिल अपना इन्हीं बातों से ... दर्द करता है तप-ए-इश्क़ क... >> दरवाज़ा गो खुला है इजाबत का पर 'हसन' हम किस किस आरज़ू को ख़ुदा से तलब करें Share on: