मीर उस क़ाज़ी के लौंडे के लिए आख़िर मुआ By Sher << किसी की बज़्म-ए-तरब में ह... लिखें हम ऐश की तख़्ती को ... >> मीर उस क़ाज़ी के लौंडे के लिए आख़िर मुआ सब को क़ज़िया उस के जीने का था बारे चुक गया Share on: