मेहरबानी चारासाज़ों की बढ़ी By Sher << नामा क्या यार को पहुँचाया... जी में जो आती है कर गुज़र... >> मेहरबानी चारासाज़ों की बढ़ी जब बढ़ा दरमाँ तो बीमारी बढ़ी Share on: