मेरे कश्कोल में डाल और ज़रा इज्ज़ कि मैं By Sher << आज जुनूँ के ढंग नए हैं मिरे शौक़-ए-सैर-ओ-सफ़र को... >> मेरे कश्कोल में डाल और ज़रा इज्ज़ कि मैं इतनी ख़ैरात से आगे नहीं जाने वाला Share on: