मेरी क़िस्मत में ग़म गर इतना था By Sher << तेरे आने से यू ख़ुशी है द... निगाह-ए-गुल से बुलबुल यूँ... >> मेरी क़िस्मत में ग़म गर इतना था दिल भी या-रब कई दिए होते if so much pain my fate ordained i, many hearts should have obtained Share on: