मिरे और उस के बीच इक धुँद सी मौजूद रहती है By Sher << दश्त-ओ-सहरा में हसीं फिरत... आधी रात आए तिरे पास ये कि... >> मिरे और उस के बीच इक धुँद सी मौजूद रहती है ये दुनिया आ रही है मेरे उस के दरमियाँ शायद Share on: