मिरी नुमूद किसी जिस्म की तलाश में है By Sher << जी की जी ही में रही बात न... तिरे भूल जाने की आदत के स... >> मिरी नुमूद किसी जिस्म की तलाश में है मैं रौशनी हूँ अंधेरों में चल रहा हूँ अभी Share on: