मियान-ए-हश्र ये काफ़िर बड़े इतराए फिरते हैं By Sher << तअ'ना-ए-नश्शा न दो सब... न वो सूरत दिखाते हैं न मि... >> मियान-ए-हश्र ये काफ़िर बड़े इतराए फिरते हैं मज़ा आ जाए ऐसे में अगर सुन ले ख़ुदा मेरी Share on: