मोहब्बत अपने लिए जिन को मुंतख़ब कर ले By Sher << यूँ आती हैं अब मेरे तनफ़्... ऐ काश कोई शम्अ के ले जा क... >> मोहब्बत अपने लिए जिन को मुंतख़ब कर ले वो लोग मर के भी मरते नहीं मोहब्बत में Share on: