मोहब्बत ख़ुद मोहब्बत का सिला है 'आरफ़ी' लेकिन By Sher << सुकून-ए-इज़्तिराब-ए-ग़म प... मिरी हर आह आह-ए-बे-असर है >> मोहब्बत ख़ुद मोहब्बत का सिला है 'आरफ़ी' लेकिन कोई आसान है क्या बे-नियाज़-ए-मुद्दआ होना Share on: