'फ़ीरोज़' मैं ने ख़ुद ही सलासिल पहन लिए By Sher << यही बहुत है कि मिट्टी जड़... ग़ैर-मुमकिन था फ़सीलें फ़... >> 'फ़ीरोज़' मैं ने ख़ुद ही सलासिल पहन लिए मुमकिन नहीं है अब तो रिहाई मिरे लिए Share on: