उस से मिलने की ख़ुशी ब'अद में दुख देती है By Sher << न काबा है यहाँ मेरे न है ... जुनूँ होता है छा जाती है ... >> उस से मिलने की ख़ुशी ब'अद में दुख देती है जश्न के ब'अद का सन्नाटा बहुत खलता है Share on: