मोम की सीढ़ी पे चढ़ कर छू रहे थे आफ़्ताब By Sher << साँस रुकती है छलकते हुए प... गए थे नक़्द-ए-गिराँ-माया-... >> मोम की सीढ़ी पे चढ़ कर छू रहे थे आफ़्ताब फूल से चेहरों को ये कोशिश बहुत महँगी पड़ी Share on: