मुँह आप को दिखा नहीं सकता है शर्म से By Sher << किसी ने का'बा बनाया क... कब उन आँखों का सामना न हु... >> मुँह आप को दिखा नहीं सकता है शर्म से इस वास्ते है पीठ इधर आफ़्ताब की Share on: