मुद्दतों से ख़लिश जो थी जैसे वो कम सी हो चली By Sher << घर में रहते हुए ग़ैरों की... जिस लफ़्ज़ को मैं तोड़ के... >> मुद्दतों से ख़लिश जो थी जैसे वो कम सी हो चली आज मिरे सवाल का मिल ही गया जवाब क्या Share on: