मुझ को किसी यज़ीद की बैअत नहीं क़ुबूल By Sher << वो दिल जो मैं ने माँगा था... बस कर ये ख़याल-आफ़रीनी >> मुझ को किसी यज़ीद की बैअत नहीं क़ुबूल नेज़े ये रक्खो आओ मिरा सर भी ले चलो Share on: