मुझे अपनी बीवी पे फ़ख़्र है मुझे अपने साले पे नाज़ है By Sher << सर-ए-बज़्म मुझ को उठा दिय... मिरे रोब में तो वो आ गया ... >> मुझे अपनी बीवी पे फ़ख़्र है मुझे अपने साले पे नाज़ है नहीं दोश दोनों का इस में कुछ मुझे डाँटता कोई और है Share on: