मुझे कल के वादे पे करते हैं रुख़्सत By Sher << क़फ़स भी है यहाँ सय्याद भ... तू कभी इस शहर से हो कर गु... >> मुझे कल के वादे पे करते हैं रुख़्सत कोई वादा पूरा हुआ चाहता है Share on: