आदत ही बना ली है तुम ने तो 'मुनीर' अपनी By Sher << डरेंगे लोग वफ़ा के ख़याल ... गुज़िश्ता साल जो देखा वो ... >> आदत ही बना ली है तुम ने तो 'मुनीर' अपनी जिस शहर में भी रहना उकताए हुए रहना Share on: