मुंतज़िर किस का हूँ टूटी हुई दहलीज़ पे मैं By Sher << 'ग़ालिब' हमें न छ... ख़ूब इस दिल पे तिरी आँख न... >> मुंतज़िर किस का हूँ टूटी हुई दहलीज़ पे मैं कौन आएगा यहाँ कौन है आने वाला Share on: