मुंतज़िर उस के दिला ता-ब-कुजा बैठना By Sher << मैं आज सिर्फ़ मोहब्बत के ... पूछा 'अकबर' है आद... >> मुंतज़िर उस के दिला ता-ब-कुजा बैठना शाम हुई अब चलो सुब्ह फिर आ बैठना Share on: