मुर्दा आँखें देखने से बढ़ के वहशत-नाक है By Sher << ज़र्द चेहरे को बड़े शौक़ ... वो दिल जो मैं ने माँगा था... >> मुर्दा आँखें देखने से बढ़ के वहशत-नाक है ज़िंदा आँखों में किसी की मौत का डर देखना Share on: