मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी By Sher << पाया तबीब ने जो तिरी ज़ुल... वतन की फ़िक्र कर नादाँ मु... >> मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी Share on: