वा'दा मुआवज़े का न करता अगर ख़ुदा By Sher << हल्क़ा-ए-शाम-ओ-सहर से नही... गो कि हम सफ़्हा-ए-हस्ती पे... >> वा'दा मुआवज़े का न करता अगर ख़ुदा ख़ैरात भी सख़ी से न मिलती फ़क़ीर को Share on: