न होगा राएगाँ ख़ून-ए-शहीदान-ए-वतन हरगिज़ By Sher << दर्द-ए-दिल छोड़ जाइए सो क... दश्त-ए-हस्ती में शब-ए-ग़म... >> न होगा राएगाँ ख़ून-ए-शहीदान-ए-वतन हरगिज़ यही सुर्ख़ी बनेगी एक दिन उनवान-आज़ादी Share on: