न इतनी तेज़ चले सर-फिरी हवा से कहो By Sher << पहले तो मेरी याद से आई हय... मुझ से मिलने शब-ए-ग़म और ... >> न इतनी तेज़ चले सर-फिरी हवा से कहो शजर पे एक ही पत्ता दिखाई देता है Share on: