न ख़ुश-गुमान हो इस पर तू ऐ दिल-ए-सादा By Sher << या तिरे मुहताज हैं ऐ ख़ून... कैसे कहें कि तुझ को भी हम... >> न ख़ुश-गुमान हो इस पर तू ऐ दिल-ए-सादा सभी को देख के वो शख़्स मुस्कुराता है Share on: