न अजनबी है कोई और न आश्ना कोई By Sher << कोई ऐसी दवा दे चारा-गर तुम अपना दरिया यहाँ से सम... >> न अजनबी है कोई और न आश्ना कोई अकेले-पन की भी होती है इंतिहा कोई Share on: