नफ़रत से बचा कर तू उल्फ़त को सजा दिल में By Sher << चमक दे चाँद को ठंडक हवा क... इस ही बुनियाद पर क्यूँ न ... >> नफ़रत से बचा कर तू उल्फ़त को सजा दिल में पैग़ाम मोहब्बत का हर बार दिए जाना Share on: