नहीं एहसास तुम को राएगानी का हमारी By Sher << कल सियासत में भी मोहब्बत ... मैं ने पूछा कि कोई दिल-ज़... >> नहीं एहसास तुम को राएगानी का हमारी सुहुलत से तुम्हें शायद मयस्सर हो गए हैं Share on: