नई नई सी आग है या फिर कौन है वो By Sher << कोई इक ज़ाइक़ा नहीं मिलता हाए वो ज़िंदगी की इक साअत >> नई नई सी आग है या फिर कौन है वो पीले फूलों गहरे सुर्ख़ लिबादों वाली Share on: