नामा-बर ये तो कही बात पते की तू ने By Sher << नहीं है घर कोई ऐसा जहाँ उ... मज़मून सूझते हैं हज़ारों ... >> नामा-बर ये तो कही बात पते की तू ने ज़िक्र उस बज़्म में रहता तो है अक्सर अपना Share on: