नासेह ख़ता मुआफ़ सुनें क्या बहार में By नशा, Sher << हम ने हर अदना को आ'ला... सवाल करती कई आँखें मुंतज़... >> नासेह ख़ता मुआफ़ सुनें क्या बहार में हम इख़्तियार में हैं न दिल इख़्तियार में Share on: