वो रात का बे-नवा मुसाफ़िर वो तेरा शाइर वो तेरा 'नासिर' By Sher << वो शहर में था तो उस के लि... वो दिल-नवाज़ है लेकिन नज़... >> वो रात का बे-नवा मुसाफ़िर वो तेरा शाइर वो तेरा 'नासिर' तिरी गली तक तो हम ने देखा था फिर न जाने किधर गया वो Share on: