गुज़रती है मज़े से वाइ'ज़ों की ज़िंदगी अब तो By Sher << है मरज़ तो जो कुछ है थी द... ग़ुल शोर कहाँ का है सुन त... >> गुज़रती है मज़े से वाइ'ज़ों की ज़िंदगी अब तो सहारा हो गया है दीन दुनिया-दार लोगों का Share on: