नौबत-ए-क़ैस हो चुकी आख़िर By Sher << किनारे पाँव से तलवार कर द... नौ-गिरफ़्तार-ए-मोहब्बत हू... >> नौबत-ए-क़ैस हो चुकी आख़िर अब तो 'सौदा' का बाजता है नाँव Share on: