नए सफ़र की लज़्ज़तों से जिस्म ओ जाँ को सर करो By Sher << ज़बाँ ज़बाँ पे शोर था कि ... ये दुनिया है यहाँ हर आबगी... >> नए सफ़र की लज़्ज़तों से जिस्म ओ जाँ को सर करो सफ़र में होंगी बरकतें सफ़र करो सफ़र करो Share on: