रिश्तों का ए'तिबार वफ़ाओं का इंतिज़ार By Sher << कहते हैं सब देख कर बेताब ... कई सितारों को मैं जानता ह... >> रिश्तों का ए'तिबार वफ़ाओं का इंतिज़ार हम भी चराग़ ले के हवाओं में आए हैं Share on: