निकहत वही सुरूर वही दिल-कशी वही By Sher << पा के इक तेरा तबस्सुम मुस... नालाँ हूँ अपने ज़ौक़-ए-नज... >> निकहत वही सुरूर वही दिल-कशी वही आमद ये आप की है कि झोंका बहार का Share on: