ओ मेरे मसरूफ़ ख़ुदा By Sher << पहाड़ों से चली फिर कोई आँ... निय्यत-ए-शौक़ भर न जाए कह... >> ओ मेरे मसरूफ़ ख़ुदा अपनी दुनिया देख ज़रा Share on: